श्री गुरु जंभेश्वर मंदिर लालासर साथरी | Lalasar Sathri

 श्री गुरु जंभेश्वर मंदिर लालासर साथरी : Lalasar Sathri

श्री गुरु जंभेश्वर मंदिर लालासर साथरी : Lalasar Sathri



लालासर साथरी : लालासर साथरी बीकानेर जिले की नोखा तहसील में है। यह नोखा में लगभग 50 कि.मी दक्षिण-पूर्व में है तथा लालासर गांव से 6 किमी तथा मुकाम से 25-30 किमी दूर में स्थित है। लालासर साथरी, गुरु जाम्भोजी का निर्वाण स्थल है। 

बिश्नोई समाज के प्रवर्तक गुरु जाम्भोजी ने मिगसर वदी नवमी सम्वत् 1593 को लालासर में अपना भौतिक शरीर त्याग दिया था। बिश्नोई लोग इस दिन को 'चिलत नवमी' भी कहते हैं। ध्यातव्य रहे कि लालासर साथरी पर स्थित हरी ककड़ी के नीचे गुरु जाम्भोजी ने अपना शरीर त्यागा था। वर्तमान में इस कंकेड़ी के चारों ओर पक्का चबूतरा बना हुआ है।

 मुकाम में लगने वाले दोनों मेलों के समय श्रद्धालु यहां साथरी के दर्शन करने के लिये भी आते हैं। यहां चिलत नवमी की मेला भी लगता है। बिश्नोई समाज की युवा सतत सचेतक स्वामी सच्चिदानंद जी आचार्य के प्रयासों से अब लालासर साथरी में गुरु जांभोजी का भव्य मन्दिर बनाया गया है। यहां स्वामी सच्चिदानंद जी आचार्य अपने गुरु महंत राजेंद्रानंद जी महाराज की देखरेख में गौशाला का भी संचालन कर रहे हैं। मंदिर के आसपास धर्मशाला का निर्माण भी किया गया है। लालासर साथरी में भंडारे की व्यवस्था नित्य प्रति सुचारू रूप से चलती है।




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