Guru Jambheshwar Mandir Rotu Dham | गुरु जंभेश्वर मंदिर रोटू धाम
रोटू धाम : रोटू तहसील जायल, जिला नागौर से लगभग 45 किमी पूर्वोत्तर में स्थित है। बिश्नोई समाज अष्ट धामों में से एक रोटू धाम है। वर्तमान में यहां भव्य मंदिर बना हुआ है जिसमें खांडा रखा हुआ है।
गुरु जांभोजी द्वारा रोटू की नौरंगी बाई को भात/मायरा भरना
गुरु जांभोजी ने अक्षय तृतीया विक्रमी संवत 1572 को जोखोजी भादू की पुत्री उमा/नौरंगी को भात भरा था। लोक व्याख्यानों के अनुसार जिस स्थान पर आकर गुरु जंभेश्वर जी महाराज रूके वहां पर एक सुखा हुआ खेजड़ी का पेड़ था जो स्वतः ही हरा-भरा हो गया था। उसी समय अनुयायियों की प्रार्थना पर जांभोजी ने खेजड़ियों का बाग लगा दिया था। यह कहा जाता है कि रोटू ग्राम में चिड़िया व अन्य पक्षी फसलों से दाना नहीं चुगते किंतु यहां खेजड़ियों में बैठकर विश्राम करते हैं।
गुरु जांभोजी के स्पर्श से खेजड़ी का पेड़ हरा हो गया था। कालांतर में श्रद्धालुओं ने उसके पास चौकी बनाकर पूजा स्थल बना दिया। जहां वर्तमान में भव्य मंदिर बना दिया गया है। रोटू धाम में गुरु जांभोजी के पत्थर पर अंकित चरण चिन्ह व एक खांडा मौजूद है।
रोटू ग्राम की बाशिंदे आज भी गुरु जांभोजी की शिक्षा का अक्षरत पालन करते हैं। पिछले बरस पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती अनूठी सड़क राष्ट्रीय चैनलों पर चर्चा का विषय बनी थी। वह सड़क रोटू ग्राम की थी, सड़क का निर्माण खेजड़ी के वृक्ष को बचाते हुए किया गया हैै।
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